Wednesday, March 16, 2011

An interesting material ( copied from some where)

280 लाख करोड़ का सवाल
है ...भारतीय गरीब है लेकिन भारत
देश कभी गरीब नहीं रहा"* ये
कहना है स्विस बैंक केडाइरेक्टर
का . स्विस बैंक के डाइरेक्टर ने

यह भी कहा है कि भारत का लगभग
280 लाख करोड़ रुपये
(280 ,00 ,000 ,000 ,000)
उनके स्विस बैंक में जमा है . ये
रकमइतनी है कि भारत का आने वाले
30 सालों का बजट बिना टैक्स के
बनाया जा सकता है.या यूँ कहें
कि 60 करोड़ रोजगार के अवसर दिए

जा सकते है. या यूँ भी कह सकते
हैकि भारत के किसी भी गाँव से
दिल्ली तक 4 लेन रोड
बनाया जा सकता है. ऐसा भी कहसकते
है कि 500 से ज्यादा सामाजिक
प्रोजेक्ट पूर्ण किये जा सकते
है . ये रकमइतनी ज्यादा है कि अगर

हर भारतीय को 2000 रुपये हर
महीने भी दिए जाये तो 60साल तक
ख़त्म ना हो. यानी भारत
को किसी वर्ल्ड बैंक से लोन लेने
कि कोई जरुरतनहीं है .
जरा सोचिये ... हमारे भ्रष्ट
राजनेताओं और नोकरशाहों ने कैसे
देश कोलूटा है और ये लूट

का सिलसिला अभी तक 2011 तक
जारी है. इस सिलसिले को अब
रोकनाबहुत
ज्यादा जरूरी हो गया है.
अंग्रेजो ने हमारे भारत पर करीब
200 सालो तक राजकरके करीब 1
लाखकरोड़ रुपये लूटा. मगर
आजादी के केवल 64 सालों में
हमारे भ्रस्टाचार ने 280लाख

करोड़ लूटा है. एक तरफ 200 साल
में 1 लाख करोड़ है और दूसरी तरफ
केवल 64सालों में 280 लाख
करोड़ है. यानि हर साल लगभग
4.37 लाख करोड़, या हर
महीनेकरीब 36 हजार करोड़
भारतीय मुद्रा स्विस बैंक में
इन भ्रष्ट

लोगों द्वारा जमाकरवाई गई है .
भारत को किसी वर्ल्ड बैंक के लोन
की कोई दरकार नहीं है .
सोचो कीकितना पैसा हमारे भ्रष्ट
राजनेताओं और उच्च
अधिकारीयों ने ब्लाक करके
रखा हुआहै . हमे भ्रस्ट
राजनेताओं और भ्रष्ट

अधिकारीयों के खिलाफ जाने
का पूर्ण अधिकारहै .हाल ही में
हुवे घोटालों का आप
सभी को पता ही है - CWG घोटाला,
२ जीस्पेक्ट्रुम घोटाला , आदर्श
होउसिंग घोटाला ... और ना जाने
कौन कौन से घोटालेअभी उजागर
होने वाले है ........आप लोग जोक्स

फॉरवर्ड करते ही हो. इसे
भी इतनाफॉरवर्ड
करो की पूरा भारत इसे पढ़े ... और
एक आन्दोलन बन जाये भ्रष्टाचार
पर एन विट्ठल , किरण बेदी, एपीजे
अब्दुल कलाम की रायएनविट्ठल
( पूर्व केंद्रीय
सतर्कता आयुक्त) : भ्रष्टाचार

समाज में कैंसर कीतरह है और इससे
देश को व्यापक नुकसान हो रहा है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ
आमनागरिकों में रोष भी है।
सभी इसके बारे में चर्चा करते
हैं , लेकिन कोई कुछकरने
की स्थिति में नहीं है।किरण
बेदी (पूर्व आईपीएस अधिकारी):

भारतमें सफेदपोश
अपराधी ही भ्रष्टाचार में लिप्त
हैं। जितना बड़ा अपराध
औरअपराधी होता है उसके बचने
की संभावना भी उतनी ही ज्यादा होती है।
एपीजेअब्दुल कलाम (पूर्व
राष्ट्रपति): भ्रष्टाचार कैंसर
की तरह देश को निगल रहाहै और अब

इसकी तत्काल कीमोथेरेपी किए
जाने की आवश्यकता है।
भ्रष्टाचारमुक्त भारत बनाना आज
सबसे बड़ी चुनौती है और इसके लिए
युवाओं को आगे आनाहोगा।
blog comments powered by Disqus